Calcutta Mein Local Bazaar

Calcutta के जिस इलाके में मैं रहता हूँनाम है New Alipore… पॉश इलाके के तौर पर जाना जाता हैअगर मैं bike लेकर निकलूं तो मेरे घर से दस मिनट की दूरी के अंदर कई सब्ज़ी बाज़ारें मिल जाएंगी| 

New Alipore Market, Tollygunge Market, Lake Market, Gariahat Market के अलावा और भी कई हैं इन तमाम बाज़ारों में सुबह ६ बजे से दुकानें खुलनी शुरू हो जाती हैं… ज़्यादातर दोपहर १ बजे तक खुली रहती है… कुछ तो दिन भर खुली रहती हैंऔर फिर शाम ४ बजे से खुलनी शुरू हो जाती हैंऔर रात दस बजे तक खुली रहती हैं… इन बाज़ारों में जरूरत की तमाम चीजें तक़रीबन मिल ही जाती हैं । 

मैं भी यहाँ ज़रुरत के मुताबिक़ जाता रहता हूँ। इन दिनों महंगाई सर पर सवार है… mood की बात है मैं कभी मोलभाव करता हूं तो कभी नहीं भी करता हूँएक दिन मैं Tollygunge Market गया सबसे पहले रमाशंकर फल वाले के पास पहुंचाक्यूंकि मुझे अंगूर लेना थामैंने भाव पूछा तो उसने बताया कि 200 रुपये प्रति किलो के भाव से जा रहा है| 

मैं उस दिन मोल भाव करने की
mood में था लिहाज़ा मैंने उससे कहा कि भइया कीमत ज़रा सही सही लगाओ और एक किलो तौल दोअभी बात हो ही रही थी कि इतने में एक जनाब सामने आएआओ देखा न ताओ… दो या तीन अंगूर के दाने उठायेऔर मुँह में डालते हुए… 
बड़े ही फ़िल्मी style में पूछा क्या भइयेये अंगूर कैसे दिए… रमाशंकर फल वाले ने कहा… sir जी 200 रुपये प्रति किलो के भाव से जा रहा है| 

उस आदमी ने कहा यार ये मीठे तो हैं मगर ज़रा महंगे हैंइतना कहते हुए दो - तीन और अंगूर के दाने उनके मुँह में चले गए… रमाशंकर मेरे लिए एक किलो तौलने की तैयारी करने लगा साथ में ये भी बोलाका करें भैया अब हम महँगा ला रहे हैं तो महंगा बेच रहे हैंफिर क्या जनाब ने दो दाने अंगूर के और उठायेमुँह में डाले और कहा कि ये तो महंगा है भाई और आगे बढ़ गए

रमाशंकर ने मुझसे कहा देखा भइया… खरीदने के नाम पर ठन ठना ठनअंगूर खा गए दन दना दन…  रमाशंकर की इस तुकबंदी पर हम काफी खुश हुएऔर फिर २०० रुपये देकर आगे बढ़ गए... घर लौटते वक़्त मैं सिर्फ यही सोचता रहा सब्ज़ी मार्केट में हम चाहे जितनी भी स्मार्टगिरी दिखा दे… mobile connection देने वाली companies के आगे हमारी एक नहीं चलती |     


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