2022 / 04 - DIRECT BHOJPUR SE FOR 23RD JAN, 2022
केकरा समझ में आईल भला ई प्यार नाम के रोग उलझ उलझ के रह गयीलन जा एमे सुलझल सुलझल लोग...
आज एगो बड़का दिन ह... आज के दिन यानि 23 जनवरी एगो अइसन तोहफा देले बा हमनी के कि एकरा के लेके अब का कहल जाओ... भारत के बच्चा बच्चा जानता कि जब तक सूरज चाँद रहेगा सुभाष चन्द्र बोस का नाम रहेगा... नेताजी के जनम दिन आज धूम धाम से मानवल जा रहल बाटे... शहर कोलकाता त आज दोसरे रंग में लउकी| हर गली मुहल्ला से क़दम क़दम बढ़ाए जा खुशी के गीत गाये जा के धुन सुनाई दी|
खबर ई भी आ रहल बाटे कि बहुत जल्द ई कोरोना के डर गायब हो जायी लोगन के दिमाग से| आज के अगर छोड़ दीं त ठीक तीसरा दिन यानि तरसों 26 जनवरी ह… हमनी के राष्ट्रीय पर्व… भारत के हर प्रान्त में ई पर्व बड़ा धूम धाम से मनावल जाला… चारों ओऱ ख़ुशी के आलम रहेला… हवा में छुट्टी के गूँज बाटे… एने भाजपा के कहनाम बाटे कि आपन देश बड़ा तरक्की की ओर बढ़ रहल बा… अब कतना तरक्की ई तनी समझे पड़ी|
बड़ बुज़ुर्ग से सुनले बानी कि 1950 के 26 जनवरी से लेके अब तक भारत में बहुत कुछ भईल बाटे लेकिन बहुत कुछ नइखे भी भईल… घपला अउर घोटाला के दुनिया में हमनी के देश के बहुत नाम भईल बाटे… एकरा खाती हम शुक्रिया कहे चाहब देश के उ नेतन के जे भ्रष्ट हवे लोग… कबो कबो सोचेनी कि जे जे ई देश के आज़ाद करावे खाती लड़ाई कइलस उ लोग अगर ज़िंदा रह के आज के भारत के देखित लोग त का कहनाम होखित उ लोगन के… जवन बा तवन बा जवन होखे के बा तवन होके रही… हम त इहे जानेनी कि पॉज़िटिव सोच विचार होखल बहुत ज़रूरी बाटे।
अब का कहीं… कहे के त बहुत कुछ बाटे... मगर कहीं त केकरा से कहीं... के हमार बात सुनी?... ना ना हम प्रधान मंत्री से कवनों शिकायत नईखी करे चाहत और ना ही देश के कवनों मुख्यमंत्री से... काहे कि एगो बात हमरा दिमाग में आ गईल बाटे कि आम जनता के बात सुने वाला बहुत कम आदमी बाटे इ देश में... अब रउआ सभे ही बतायी कि का हम कवनों गलत बात कह रहल बानी? अपना कोलकाता से रीलेटेड त बहुत बात बाटे लेकिन हम का करी हमरा त बुझात ही नइखे... पीयर टैक्सी चलावे वाला भाई लोगन के बारे में कहीं कि ऑटो रिक्शा चलावे वाला भाई लोगन के बारे में|
खैर! जवन भी होखे हम अगर कवनों बात मन में ठान लेनी त उ कर के ही सांस लेनी... आज ना त काल... होखबे करी। अरे! भईआ ए से पहीले कि हम भुला जाई एक बार फिर हम कह देवे चाहतानी कि कोरोना अभी गयील नयीखे... संभल कर रहे के बाटे| फिलहाल हम सिर्फ इहे बतावे चाहब कि आज गाड़ी बढ़ावे के टाइम हो गईल बाटे कहे के मतलब इ बाटे कि अब निकला तानी... ठीक से रहब सभे... सब्ज़ी मार्केट फिलहाल खाती ठीके बिया... खात रहीं जा वोइसे मौसम से संभल के... सर्द और गर्म के प्यार मोहब्बत से तनी बच के| त अब आज चलतानी... ठीक से रहब सभे... सी यू नेक्स्ट वीक... तब तक सन्मार्ग पढ़त रहीं जा... आपन काम मन लगा के करत रहीं... ज़िन्दगी में बढ़त रहीं... साल 2022 में धमाका करे के बाटे|
चलत चलत अब एगो ज्ञान के बात बता दीं कि... केकरा समझ में आईल भला ई प्यार नाम के रोग उलझ उलझ के रह गयीलन जा एमे सुलझल सुलझल लोग... साल 2022 के चौथा “डायरेक्ट भोजपुर से” पढ़ कर कईसन लागल ह हमरा के प्लीज़ बता देब| ए ही के साथ राउर इ रेडियो अउर टीवी वाला डिजिटल दोस्त राकेश कह रहल बाटे... टाटा... बाय... बाय… सलाम!!! नमस्ते!!! वैक्सीन लगाओ हँसते हँसते|
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