दुर्गा माई की जय

शहर कोलकाता पर दुर्गा पूजा का रंग चढ़ने लगा है… तैयारियाँ भी खूब हो रहीं हैं पर पता नहीं क्यूँ मेरी नज़रें कह रहीं है कि रंग हल्का है… क्या ये ग्लोबल मंदी की वजह से है या मामला कुछ और है… न जाने क्यूँ मेरे मन में एक ख्याल बार बार घूम कर आ रहा है कि क्या मनी मार्केट की बुरी नज़र हमारे त्योहारों पर भी पड़ी थी। कोलकाता  के कई पूजा clubs के साथ मैं जुड़ा हूँ… हर जगह एक ही बात पर चर्चा है कि इस साल खर्चों का सामना कैसे किया जाए|

कई तरह की बातें सुनने में आ रही हैं… कोई कहता है कि मनी मार्किट वाले इस साल विज्ञापन नहीं दे रहे हैं… तो कुछ लोगों का कहना है कि इस साल corporate दुनिया से भी उम्मीद की किरण नहीं दिखाई दे रही है… हर तरफ ad budget पर कैंची चलने की खबरें आ रही है… अब ऐसे माहौल में एक सवाल मेरे दिमाग में और है कि उन पूजा clubs की क्या सोच है जिन पूजा clubs के साथ बड़े - बड़े नेता मंत्री जुड़े हुए हैं… फिलहाल मैं यही कहता हूँ कि… बोलो दुर्गा माई की जय …            

1 comment

Unknown said...

Rakesh ,In those puja's the clubs are not doing puja for worship..they are doing the puja for only prizes and competition. Si iss time durga maiya thora rooth gaya...so it seems they are not doing the puja by heart..only thing is money.... Money nahi toh kuch nahi....

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